6 महीने तक नियमित रूप से असुरक्षित सम्बन्ध बनाने के बाद भी गर्भधारण करने में असमर्थता को नि:संतानता के रूप में परिभाषित किया जाता है।

यह पुरुष कारक, महिला कारक या दोनों साथी के कारण हो सकता है।

प्राइमरी इनफर्टिलिटी: जिसमें महिला ने कभी गर्भधारण न किया हो ।

सेकेंडरी इनफर्टिलिटी: जिसमें महिला ने पूर्व में कम से कम एक बार गर्भधारण किया हो परंतु उसके पश्चात् गर्भधारण करने में असमर्थ हो।

किस प्रकार का उपचार किया जाना है यह कईं तथ्यों पर निर्भर करता है, जिसमें सम्मिलित हैं: