IVF (In Vitro Fertilization) ब्लॉक ट्यूब के इलाज के लिए एक अच्छा विकल्प हो सकता है, खासतर जब ब्लॉक ट्यूब निःसंतानता का कारण है, क्योंकि यह एक प्राकृतिक गर्भाधान प्रक्रिया को सहायक कर सकता है। ब्लॉक ट्यूब के कारण गर्भ में अंडाणु और शुक्राणु का मिलान होने की संभावना कम हो जाती है। IVF इस समस्या को नकारात्मकता से प्रभावित कर सकता है क्योंकि इस प्रक्रिया में अंडाणु और शुक्राणु को इन लैब में बाहर निकालकर और उन्हें लैब में भ्रूण बनाने के लिए मिश्रित किया जाता है।
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ToggleIVF की प्रक्रिया में निम्नलिखित चरण शामिल होते हैं:
1. अंडाणु निकालना: इस प्रक्रिया में, महिला में इंजेक्शन द्वारा अंडाणु बढ़ाये जाते है, व प्राप्त किये अंडाणु को लैब में शुक्राणु के साथ मिलाया जाता है।
2. शुक्राणु प्राप्ति: पुरुष से शुक्राणु प्राप्त किए जाते हैं और उन्हें अंडाणु के साथ मिलाया जाता है।
3. पेट्री डिश में मिलाना: अंडाणु और शुक्राणु को एक पेट्री डिश में मिलाया जाता है, जहां भ्रूण बनता है।
4. ब्लास्टोसिस्ट ट्रांसफर: जब भ्रूण तैयार हो जाता है, तो ब्लास्टोसिस्ट (एक बच्चे की आरंभिक विकास का चरण) को महिला के गर्भ में ट्रांसफर किया जा सकता है।
IVF का उपयोग ब्लॉक ट्यूब के लिए बेहद प्रभावी हो सकता है क्योंकि इससे ब्लॉक ट्यूब के माध्यम से गर्भाधान होने की संभावना बढ़ सकती है। हालांकि, यह एक महंगा और तकनीकी प्रक्रिया होती है और सफलता की संभावना निर्विशेष होती है ।राजस्थान में बेस्ट फर्टिलिटी डॉक्टर से विस्तार से चर्चा करना और आपकी व्यक्तिगत स्थिति के आधार पर सर्वोत्तम सलाह प्राप्त करना महत्वपूर्ण है।
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