बच्चेदानी में गांठ, जिन्हें गर्भाशय फाइब्रॉएड या लेयोमायोमास के रूप में भी जाना जाता है, गैर-कैंसरयुक्त वृद्धि हैं जो गर्भाशय की मांसपेशियों की दीवार में विकसित होती हैं। हालाँकि ये गांठे आम तौर पर सौम्य होती हैं, फिर भी ये कई महिलाओ के लिए असुविधा और जटिलताएँ पैदा कर सकती हैं। इस स्थिति से प्रभावित महिलाओ के लिए बच्चेदानी में गांठ के कारणों, लक्षणों और उपचार के विकल्पों को समझना जरुरी है।
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Toggleबच्चेदानी में गांठ के कारण:
बच्चेदानी में गांठ का कारण स्पष्ट नहीं है, लेकिन माना जाता है कि कई कारक उनके विकास में योगदान करते हैं:
हार्मोनल असंतुलन: एस्ट्रोजन और प्रोजेस्टेरोन, महिला प्रजनन हार्मोन, बच्चेदानी में गांठ के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। ये हार्मोन मासिक धर्म चक्र (पीरियड्स) के दौरान गर्भाशय की परत के विकास को उत्तेजित करते हैं, जो फाइब्रॉएड के विकास को भी प्रभावित कर सकते हैं।
आनुवंशिक कारक: जिन महिलाओ के परिवार में बच्चेदानी में गांठ का इतिहास होता है, उनमें स्वयं इसके विकसित होने की संभावना अधिक होती है, जो उनके विकास में आनुवंशिक कारक की और इशारा करती है।
हार्मोनल परिवर्तन: हार्मोनल स्तर में परिवर्तन, जैसे कि गर्भावस्था या पेरिमेनोपॉज़ के दौरान होने वाले परिवर्तन, बच्चेदानी में गांठ के विकास को प्रभावित कर सकते हैं।
बच्चेदानी में गांठ के लक्षण:
बच्चेदानी में गांठ के लक्षण महिलाओ में अलग अलग हो सकते हैं, और फाइब्रॉएड के आकार, संख्या और स्थान पर निर्भर करते हैं। इसके सामान्य लक्षण है :-
अधिक या लंबे समय तक मासिक धर्म रक्तस्राव: बच्चेदानी में गांठ मासिक धर्म (पीरियड्स) में अधिक रक्तस्त्राव का कारण बन सकते हैं, जिससे एनीमिया और थकान हो सकती है।
पेट के निचले हिस्से में दर्द या दबाव: कुछ महिलाओ को बच्चेदानी में गांठ के कारण पेट के निचले हिस्से में दर्द या दबाव का अनुभव हो सकता है। यह असुविधा निरंतर या रुक-रुक कर हो सकती है।
बार-बार पेशाब आना: बड़े फाइब्रॉएड मूत्राशय पर दबाव डाल सकते हैं, जिससे बार-बार पेशाब आता है या मूत्राशय को पूरी तरह से खाली करने में कठिनाई होती है।
संभोग के दौरान दर्द: बच्चेदानी में गांठ के कारण संभोग के दौरान दर्द या परेशानी हो सकती है, जिसे डिस्पेर्यूनिया कहा जाता है।
पेट में सूजन: बड़े फाइब्रॉएड के कारण पेट में सूजन हो सकती है, जिससे पेट भरा हुआ या फूला हुआ महसूस होता है।
बच्चेदानी में गांठ के लिए उपचार के विकल्प:
बच्चेदानी में गांठ के लिए उपचार विभिन्न कारकों पर निर्भर करता है, जिसमें लक्षणों की गंभीरता, फाइब्रॉएड का आकार और स्थान और महिला के प्रजनन लक्ष्य शामिल हैं। इसके उपचार विकल्प है :-
नियमित जाँच: ऐसे मामलों में जहां गर्भाशय के ट्यूमर छोटे हैं, ” नियमित जाँच “करने का सुझाव दिया जा सकता है इसमें आकार या लक्षणों में किसी भी बदलाव का आकलन करने के लिए नियमित रूप से फाइब्रॉएड की जाँच करना शामिल है।
दवाएं: हार्मोनल दवाएं, जैसे जन्म नियंत्रण गोलियां या गोनैडोट्रोपिन-रिलीजिंग हार्मोन एगोनिस्ट, बच्चेदानी में गांठ को कम करने और अधिक रक्तस्राव और पेट के निचले हिस्से में दर्द जैसे लक्षणों को कम करने में मदद कर सकती हैं।
छोटी व गैर सर्जिकल प्रक्रियाएं: जैसे कि गर्भाशय धमनी को ब्लॉक करना, जिससे गांठ या फाइब्रॉइड तक रक्त प्रवाह न हो, या एमआरआई तरंगो द्वारा सामान्य संरचनाओं को नुकसान पहुंचाए बिना टिश्यू को नष्ट किया जा सकता है जिसे (एमआरजीएफयूएस) कहा जाता है। इनका उपयोग सर्जरी की आवश्यकता के बिना बच्चेदानी में गांठ को नष्ट करने के लिए किया जा सकता है।
सर्जरी द्वारा गांठ या बच्चेदानी को निकालना : ऐसे मामलों में जहां बच्चेदानी में गांठ गंभीर लक्षण या प्रजनन संबंधी समस्याएं पैदा कर रही हैं, फाइब्रॉएड (मायोमेक्टोमी) या पूरी बच्चेदानी को सर्जरी के माध्यम से हटाने (हिस्ट्रेक्टोमी) की आवश्यकता हो सकती है।
फोकस्ड अल्ट्रासाउंड सर्जरी: यह गैर- सर्जिकल प्रक्रिया बच्चेदानी में गांठ को नष्ट करने के लिए उच्च तीव्रता वाली अल्ट्रासाउंड तरंगों का उपयोग करती है, जो कुछ महिलाओ के लिए एक सटीक और प्रभावी उपचार विकल्प हो सकता है ।
निष्कर्ष:
बच्चेदानी में गांठ सामान्य गैर-कैंसरयुक्त वृद्धि हैं जो प्रभावित महिलाओ के लिए कई प्रकार के लक्षण और जटिलताएं पैदा कर सकती हैं। हालांकि इन गांठो का कारण स्पष्ट नहीं है, लेकिन माना जाता है कि हार्मोनल असंतुलन, आनुवंशिक प्रवृत्ति और हार्मोनल परिवर्तन जैसे कारक उनके विकास में भूमिका निभाते हैं। बच्चेदानी में गांठ के कारणों, लक्षणों और उपचार के विकल्पों को समझना महिलाओ के लिए अपने स्वास्थ्य के बारे में उचित निर्णय लेने और जरुरत पड़ने पर उदयपुर में सर्वश्रेष्ठ आईवीएफ विशेषज्ञ से इलाज लेना शामिल है । चिकित्सा तकनीकों में प्रगति के बाद , महिलाओ के पास गर्भाशय ट्यूमर के प्रबंधन और उपचार के लिए कई प्रकार के विकल्प उपलब्ध हैं।
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